Friday, May 6, 2011

वह परेशान है

वह परेशान है

क्यों परेशान है
यह किसी को नहीं पता
बस परेशान है

अच्छी चीजें उसे अच्छी नहीं लगतीं
बुरी चीजों से उकताता नहीं
ऐसा लगता है जैसे कुछ मरा हुआ हो
उसके अंदर
या फिर मरता जा रहा हो

शांत सी लगती
उसकी सांसों पर मत जाओ
वो तो चलती ही हैं

टुटुर- टुकुर ताकती
उसकी आंखों पर मत जाओ
वो तो ताकती ही हैं

देखना है तो वो देखो
जो वह दिखा नहीं सकता
जो वह बता नहीं सकता

देखना है तो उस एहसास को देखो
जिसे महसूस करना
उसने बंद कर दिया है

जिसे साथ लेकर जीना
उसके लिए मरने से अधिक
पीड़ादायक है





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